⚠भयंकर शायरी⚠
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अरे हमें तो अपनों ने लूटा,
गैरों में कहाँ दम था.
मेरी हड्डी वहाँ टूटी,😜😇
जहाँ हॉस्पिटल बन्द था.😂😂
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मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला,😜
उसका पेट्रोल ख़त्म था.😇
मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया,
क्योंकि उसका किराया कम था😂😂.
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मुझे डॉक्टरों ने उठाया,,😜
नर्सों में कहाँ दम था..😇
मुझे जिस बेड पर लेटाया,
उसके नीचे बम था.😂😂
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मुझे तो बम से उड़ाया,
गोली में कहाँ दम था.😇
और मुझे सड़क में दफनाया,
क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था..😂😂
😃😃😃😃😃😃😃😃
मोबाईल एक मंदीर है,
फेसबुक उसका दॆवता,😜
ग्रुप बनाने वाला पुजारी,
संदॆश भेजनेवाला दानी😇
पढनेवाला भक्त,😜
रिप्लाय न करनेवाला मंदीर का भिकारी ..!😂😂
😂😂😂😂
ईलाका कीसी का भी हो !!
पर धमाका हमारा ही होगा !!!
👲
👈 🎽 👉
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👢👢
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